Dear viewers,
As per promise for free astro/jyotish guiedence I am coming with my new blog in your service. You can send your problems I will do my best to solve them . Astrology helps removing obstacles in the path of achieving goal. Astrology helps you getting what is in your bhagya but unable to get due to some planetary effect. Astrology is not a source of earning for me, I am a gazetted officer , I do research in astrology / jyotish .i have spend many years in Kathmandu to learn “Jyotish”.
श्री दीपक श्रीवास्तव , आईटी सपेस्सिअलिस्ट ने पिछले दिनों मनोरंजक घटना सुनाई. उनके परिवार के साथ उनके आध्यात्मिक गुरु से चर्चा चल रही थी. गुरूजी ने बड़े भाई को छड़ी उठाने के लिए कहा पर बड़े भाई नही उठे. गुरूजी ने २-३ बार छड़ी उठाकर देने को कहा पर वह नही उठे. सबको आश्चर्य हो रहा था कि भाई साहिब गुरूजी की आज्ञा का पालन क्यों नही कर रहें हैं. तभी गुरूजी ने कहा ठीक हे में ख़ुद ही उठा लेता हूँ. ऐसा कहकर उन्होंने अपना हाथ छड़ी की तरफ़ बड़ा दिया. छड़ी उनसे काफ़ी दूर रखी थी. सबके आश्चर्य की सीमा न रही जब छड़ी स्वमेव हवा में झूलती हुई धीरे धीरे गुरूजी के पास आ गई. यह अलौकिक शक्ति / सुपर नैचुरल पॉवर का चमत्कार था.यह चमत्कार सिद्ध पुरूष केवल अपने शिष्यों को ही दिखाते हैं आम जन को नही. मेरे गुरूजी शिष्यों द्वारा लाये सामान में से जिसकी उन्हे जरुरत होती है , हाथ में लेकर बता देते हैं कि फलां यह जो समान लाया है इसकी मुझे जरुरत थी.
श्री----- एक मल्टिनेशनल pharma कंपनी में ऊँचे पद पर हैं. मेरे ऑफिस में आए और बताया कि उनकी बेटी के साथ विचित्र घटनाए होती है. उसका सामान गायब हो जाता है. अलमारी में ताले लगाकर रखो तब भी. लड़की एकदम सूख गई है. कुंडली में देखा तो प्रेत प्रभाव स्पष्ट था . उन सज्जन ने बताया कि पहले वह एक पारसी कब्रिस्तान के पास रहते थे. वहीँ से कोई आत्मा लड़की के साथ चली आई थी. बताये उपाय करने पर लड़की प्रेत प्रभाव से मुक्त हुई .अब स्वस्थ होकर अच्छी सर्विस में है. कुछ दिनों पूर्व मेरे मित्र कि बुआ ने अपनी पारिवारिक परेशानी बताई. कुंडली घर में बाह्य शक्तिओ का ख़राब प्रभाव बता रही थी. वास्तव में उनका परिवार घर में होने वाली अलौकिक घटनाओ से त्रस्त था. बड़ी लड़की जब भी घड़ी पहनती थी बंद हो जाती थी. घर के एक कमरे से किसी के पुकारने की आवाज आती थी, कुछ दिखता भी था.
कभी नाडी ज्योतिष के यहाँ जाए . नाडी ज्योतिषी आपका जन्म समय बता देगें , वोभी बिल्कुल सही जो आपकी जन्म कुंडली या birth certificate में लिखा होगा. में दावा करता हूँ दुनिया का कोई वैज्ञानिक ऐसा नही बता सकता.यह अलौकिक नही तो क्या है.नाडी ज्योतिष भविष्य नही बता पाते यह मेरा अनुभव है.
होंशियारपुर पंजाब में इस दुनिया में जन्म लेने वाले प्रत्येक मनुष्य की कुंडली उपलब्ध है.होंशियारपुर के एक परिवार के पास भृगु ऋषि द्वारा लिखित भृगु सहिंता है, जिसमे इस दुनिया में जन्म लेने वाले प्रत्यैक व्यक्ति की कुंडली & संछिप्त वर्णन हे. आप भी जाए.
अंत में . जबलपुर कमानिया गेट फवारा चौक पर समोसा ,मंगोङा बेचने वाला देवा प्रतिदिन सांयकाल कढाई में खोलते तेल में हाथ डालकर प्राथना करता है.—अलौकिक --
एक सज्जन ने अपने बच्चेकीकुंडली दिखातेहुएनेत्रसम्बन्धीजानकारीचाही . कुंडली के अध्ययन से ज्ञात हुआ स्थितिख़राब है, विशेषकरएकआँखकी,तुंरतजांच हेतुडॉक्टरसे कंसल्टकरने की सलाह दी. सज्जननेबतायाकीडॉक्टरनेलेजरआपरेशनहेतुकहाहैजिससेद्रष्टिपूर्णतया ठीकहोकर चश्माहटजायेगा. मुझे अच्छीतरहमालूमहैकीलेजरसेचश्मा हटजाताहैपरन्तुग्रहस्थितिइतनीख़राबथी कीचश्माहटनासम्भवनहीदिखरहाथा . इसतथ्यसेअवगतकरातेहुएउन्हेंकिसीअच्छेडॉक्टरकेपासजानेकीसलाहदी . कुछ माहबादवहसज्जनआभारव्यक्तकरनेआएकीशहरकेएक नेत्रविशेषज्ञनेलेजरआपरेशनकेबादचश्मानिश्चितउतरजायेगाऐसाआश्वासनदियाथापरन्तुआपकेकहनेपरशंकरऔषधालयचेन्नईगएजहाँजांचकेबादबतायागयाकीलेजरआपरेशनसे नज़र ठीकहोगीपरन्तुचश्माफिरभीलगेगा. उनसज्जननेबतायाकीमुझेतुंरतआपकीयादआई . शककीकोईगुन्जाईशनहीथी, वहीं आपरेशनकरायानजरकाफ़ीसुधरगई .
ह्रदयकोछूलेनेवालीघटनाएँभीसामनेआतीहैं . एकमहिलाजोग्रामपंचायतसचिवहैनेअपनेदोमाहकेशिशुकीकुंडलीदिखाईकीइसेहार्टप्रॉब्लमहै. शिशुबिल्कुलसामान्यदिखरहाथा. कुंडलीकाअध्यनकरमैनेउसेसचेतकियाकीसमस्याअत्यन्तगंभीरहै, हल्के मेंनालें, आपरेशनकरानापड़सकताहै. महिलाकीआँखोंमेंआंसूभरआए, उसनेबतायाकीवहबच्चेकोपुट्टपर्तीदिखाआईहै, वहाँआपरेशनकेलिएकुछमाहबादकीतिथिदीगईहै, यहभीकहाहैकीइसबीचसम्भवहोबाहरकंहीआपरेशन करावालें . महिलाआर्थिकरूपसेइतनीसक्षमनहीथीकीऔरकहींआपरेशन करावा पाती.पुट्टपर्तीमें नि:शुल्कसमस्तइलाजकियाजाताहैहार्ट आपरेशन भी. यह नि:संदेहमहानपरोपकारकाकार्यहै . मैनेज्योतिषीयउपायबतायेऔरदिलासादीकीईश्वरनेचाहातोबच्चेकोआपरेशन तककुछनहीहोगा. साधारणउपायथेउन्होंनेतुंरतकिएऔरबतायाकीबच्चेकीहालतमेंसुधारहै आपरेशन की तिथि आने पर दम्पतिबच्चेकोलेकरपुटपर्तीपहुँच गए. विधिकाविधानदेखिये, अपनानंबरआनेपरबच्चेकोडॉक्टरकोदिखायातोबच्चाजीवन त्यागचुकाथा . क्योंकिबच्चापैदाहीअल्प -आयु योगलेकरहुआथा . ज्योतिषीयउपायोंनेजितनीसंभावना थी उतनीआयुबड़ादी, यदिआपरेशन सम्भव हो गया होता तो कुछ आयु और बढजाती .
ईश्वर किए गएप्रयत्नौ (कर्म) काफलअवश्यदेता है . चाहे वह आयु बढानेसेसम्बंधितहीक्यूँनाहो . हमने / सरकारनेप्रयत्नकिएजिसकेफलस्वरूपऔसतआयु बढ़ी एवममृत्युदर में कमी आई. यह पूर्णतःज्योतिषीयसिध्दांतों केअनुकूलहै .ईश्वरदयालुहै .
जबलपुरमेंजानेमानेअस्थिविशेषज्ञ हैं , अनेक बार टी वीपर आचुकेहैं . अपनेगंभीरएवमक्रोनिकलमरीजोंकोज्योतिषकेउपायभीबतातेहैजिससेउन्हेंलाभहोताहै .
आयुर्वेदएवमज्योतिषसदैवसाथरहेहैं . किसनक्षत्रमेंजड़ीप्राप्तकरनाहै , किसनक्षत्रमेंतैयारकरना है किसनक्षत्रमेंउपयोगकियाजाता है . जिसका उल्लेखचरक संहिता में उपलब्धहैअच्छेवैद्यआजभी रोगनिर्धारणहेतुज्योतिषकासहारालेतेहैं .
In the memory of Late Savyasachi Mrs. Pramila Billore Savysaachi Jabalpur Presents Baware Faqira
Respected Sir/Madam,
With due respect . This is to bring to your notice that we are launching album Baware Faqeera sung by mesmerizing singer Aabhas Joshi on 14/03/09 (7:30 P.M.) at Manas,Bhavan, Jabalpur ,For the above mentioned programme kindly privilege us with your warm presence. It will be our honour to have you on the occasion.
Thanking you Yours Faithfully
Girish Billore "Mukul" 969/A gate no4 Wright town Jabalpur M.P
Phone no. 09926471072 Res 0761-2404900, 0761-4082593 Email : girishbillore@gmail.com , girishbillore@hotmail.com Note: Pl collect the MEMBER SHIP FORM from Savysachi-Group, 969/A- Gate No. 04 Jabalpur & be mamber of "SAVYSACHI-GROUP"
जब ज्योतिष सम्बन्धी परिणामो को देखता हूँ तो सहसा मुख से निकल पङता हे अदभूद. अन्य भी इसी तरह का अनुभव प्राप्त करते हैं. उनके लिए तो और भी विचित्र स्थिति हो जाती हे जिनने ज्योतिष पर कभी विश्वास हे नही किया या कभी किस ज्योतिष के संपर्क में आए ही नही.
कुछ दिनों पूर्व मेरी भांजी ने पूछा की २००० रुपये गुम गए हैं , सब जगह दूंद लिए हैं, नही मिल रहे हैं. आप बताये कंहा पर हैं? य़दपि इसे में पसंद नही करता और उसे मेने टालना चाहा, परन्तु श्रीमती ने तुंरत भांप कर कहा की इसे मालूम हे कान की बाली गुम होने पर आपने जँहा बताया था वँही मिली थी, टालो मत बताओ उसे, मैंने प्रश्न कुंडली बना कर बताया पूजा की जगह देखो. पाँच मिनट बाद भांजी दौड़ते हुए आयी और आश्चर्य से बताया की रुपये पूजा की जगह मिल गए. उसने कहा तरह तो कोई वास्तु गुमेगी ही नही । यह प्रश्न ज्योतिष का कमाल था. प्रश्न ज्योतिष में जिस समय प्रश्न पूछा गया हे उस समय की कुंडली बना कर तत्कालीन प्रश्न का उत्तर दिया जाता हे. तत्कालिन किए जा रहे और किए जाने वाले कार्य में सफलता मिलेगी या नही, गुमा व्यक्ति घर आएगा की नही , बीमारी से मुक्ति मिलेगी की नही , मुकदमे में विजय होगी की नही आदि में इसका अच्छा उपयोग होता हे. एक रेंजर महोदय ने पूछा की कल मेरे मुकदमे का निर्णय होने वाला हे क्या होगा ? प्रश्न कुंडली के आधार पर मेने बताया की कल तो निर्णय होने की कोई संभावना ही नही हे अभी निर्णय होने में कई दिन हैं। रेंजर महोदय अड़ गए की मेरे वकील जबलपुर के नामी वकील हैं उनने कहा हे की कल केस की फायनल सुनवाई हे और कल निर्णय निश्चित हे . रेंजर महोदय ने तुंरत वकील को फ़ोन लगा कर कन्फर्म भी किया. अब देखिये दूसरे दिन केस लगा तो पर सुनवाई नही हो पाई , अगले दिन से हायकोर्ट की लम्बी छुटियाँ पड़ गई और मुकदमे का निर्णय एक माह बाद हुआ. इस बीच रेंजर महोदय ने मुझे बहुत परेशान किया.
प्रश्न शास्त्र के विदवान ज्योतिष केवल प्रश्न कुंडली से ही आश्चर्य जनक बातें बताते हैं एवम भाविश्यवानी करते हैं.प्रश्न ज्योतिष की सीमाए हैं . जब मन में प्रश्न पूछने की इक्छा हो तभी पूछना चाहिए, एक बार में एक प्रश्न ही पूंछे , स्वयं प्रश्न पूंछे, मजाक में pareakchhaa लेने के लिए प्रश्न ना पूंछे, तात्कालीन प्रश्न पूंछे, ऐसे प्रश्न न पूंछे की पाँच महीने बाद क्या होगा? मेरा अनुभव हे की मजाक में या परीक्छा लेने हेतु पूछे गए प्रश्न के उत्तर ग़लत मिलते हैं.
प्रश्न कुंडली का उपयोग , जन्म कुंडली के साथ करना मुझे अच्छा लगता हे. यदि दोनों से एक समान परिणाम प्राप्त हों तो शक की कोई गुन्जाइस नही रहती . यदि प्रश्न कुंडली अवं जन्म कुंडली अलग अलग निष्कर्ष बता रही हैं तो विश्लेषण कराने में कंही न कंही कोई चूक होती हे अतः पुनः सूष्म विश्लेषण कर ऊंचित निर्णय पर पहुँचाना चाहिए.
ज्योतिष प्राचीन ईश्वरीय-ज्ञान है । इसे संधि विग्रहीत करने से अर्थ स्पष्ट हो जाता है ज्योति+ईश यानी वह ईश्वरीय ज्योति पुँज जो आपका जीवन पथ प्रकाशमय कर सुगम बनाए और जीवन को सफल बनाए। इसे होरा शास्त्र भी कहा जाता है.... अर्थात काल/समय का शास्त्र जो काल को काल के विभिन्न रहस्यों को उजागर करता है। इसी कारण ज्योतिष-विद इसे "देवज्ञ" कहा है । आप भी यदि ईश्वर के कृपा पात्र हैं तो इस विधा के पारंगत हो सकतें हैं। किंतु सर्वज्ञ होने पर भी हर कोई प्रसिद्द हो ऐसा तभी सम्भव है जब उस जातक की कुण्डली में ऐसे योग हों जिनसे एक व्यक्ति यशस्वी होता है । ज्योतिष ज्ञान के लिए ग्रंथों गंभीर अध्ययन ज़रूरी है। ज्योतिष के सैधांतिक-ज्ञान को गंभीरता से प्रज्ञा-पटल पर अंकित कर देना चाहिए । सफल ज्योतिर्विद बनने के लिए शिव की साधना इस कारण ज़रूरी है क्योंकि यह विद्या शिव के मुखारविन्द से निकली है। और इस विद्या के धारक गणेश के आराधक इस कारण हों क्योंकि "वाक्-चातुर्य" के लिए बुद्धि के देव गणेश का आशीर्वाद ज़रूरी होता है। यानी आप की कम्युनिकेशन स्किल में बाधा या भटकाव न हो ताकि आप लाभार्थी को संदेश सहजता-सरलता से देन सकें । इस ज्ञान का मुग़ल काल में राज्य संरक्षण की कमी के कारण कुछ कम ज़रूर हुआ.किंतु कुछ मुग़ल शासकों ने इस ज्ञान का परिरक्षण किया फलस्वरूप यवनाचार्य-कृत "ज्योतिष-ग्रन्थ"आज भी उपलब्ध है। ब्रिटिश काल खंड में इस विद्या को सर्वाधिक क्षति हुई है। साथ ही साथ ग्रामीण भारतीय पृष्ठ भूमि में अंध विश्वास का सर्वाधिक विकास का अवसर मिला । समकालीन प्रगति शीलता के कारण इस विद्या को हेय भावः से देखा जाने लगा। किंतु आजाद भारत में इसे अकादमिक स्वरुप ही नहीं वरन जन स्वीकृति भी मिली । नई पीडी ने इस ज्ञान को स्वीकारा इस के मूल में इस ज्ञान में वैज्ञानिकता के तत्वों का होना है जिसकी व्याख्या मैं अगले आलेखों में करूंगा। उच्चा पदस्थ श्री के एन राव,ने ज्योतिष के विकास को महत्त्व दिया। साथ ही कम्पयूटर-तकनीकी के इस्तेमाल परिणाम अधिक शीघ्र,सटीक,और आसानी से निकल आने से भी इस विधा / विद्या को सर्वग्राह्यता मिल सकी है। प्लेनेटेरियम भी इस विधा के लिए सहायक हुए । काल-ग्रह की स्थितियों के सटीक मापन का तकनीकी सहयोग मिल रहा है जिसका अभाव ज्योतिष-ज्ञान के लिए नुकसान देह रहा है । अब तो सभी पालक जन्म-समय स्थान के लिए सुविग्य होतें हैं । अब प्रश्न कुंडली के विकल्प कम ही उपयोग करने होते अपवाद स्वरुप कभी कभार मुझे इसका उपयोग करना होता है। संक्षेप में कहूं तो "यह युग ज्योतिष के पुनर्जागरण का युग है " (इसआलेखकेलेखकश्रीमाधवसिंहयादवहैं, वेनएब्लॉगरहैंतथायूनीकोडलेखनकाअभ्यासकररहेंहैं। जबतकवेइसहेतुमेरासहयोगलेरहेहैंमेरासौभाग्यहैकिमैंअपनेइनमित्रकेकिसीकार्यआरहाहूँ !)
आदरणीय मेरे प्रिय मित्र माधव जी के आलेख कुछ दिनों तक पोस्ट करने का दायित्व माधव जी ने मुझे दिया है। उनकी सामग्रियां मेरे द्वारा पोस्ट की जावेंगीं । आशा है आपका सहयोग उनको और मुझे मिलता रहेगा । सादर गिरीश बिल्लोरे मुकुल